इश्क़ तो मेरा
महफूज़ है तुझमें..
ज़िस्म अलग है पर
रूह है तुझमें..
यादे और शमाँ भरी हैं
बस इस दिलमें..
बस तू है तू है
और सिर्फ तू है मुझमें..
Good morning 🌄
@Shree_Parn
मैंने कब कहा के मुझकों अबके अब समझ के देख...
फ़ुर्सत मिले दुनियां से मुझकों तब समझ कर देख...
तू है अगर हवा तो मुझे परिन्दा मान ले...
तू है अगर दरिया तो मेरी तलब समझ कर देख...
तू है अगर तू ही है मेरी नज़र में बस...
मेरी सबरे ख़ामोशी का शवव समझ कर देख...
क्यूँ ख़ास हैं वो... ये बताना है उन्हें...
क्या वज़ह है इश्क़ की... समझाना है उन्हें...
ऐसा नहीं कि हम समझते नहीं कुछ भी...
पर ये भी नहीं है... की समझते हैं हम ही सब...
उनका मायूस चेहरा... रुला देता है हमें हर बार...
आँखों में फेर कर काजल,
महफ़िल को
शायराना कर दूं
ज़ुल्फ़ों को कर जूड़े में,
हर अन्दाज़
क़ातिलाना कर दूं
ये ग़ज़ब जलवा है
बेफ़िज़ूल सी चीज़ की,
अहमियत बढ़ानेका
तेरी काफ़िराना सी शायरी को
नजरों से चूमकर
सूफियाना कर दूं
Gm💓
दोस्ती नज़ारों से हो तो उसे कुदरत कहते हैं,
चाँद-सितारों से हो तो जन्नत कहते हैं,
हसीनों से हो तो मोहब्बत कहते हैं,
और आपसे हो तो उसे किस्मत कहते हैं.
Good morning 💕
@RamolaPatel
@roshnishah_poem
@ritabhabhi143