1k फॉलोवर्स के लिए आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद। बस ऐसे ही आप लोग लाइक एंड रट करते रहिए। जल्दी ही हम 2k के ट्वीटर फैमिली बन जायेगे। आप सब का दिल से धन्यवाद।।
बारिश की बूंदों को छातों से रोका न करो, बेचारी बहुत दूर से तुमसे मिलने आती हैं। ये बारिश भी बिल्कुल तुम्हारी तरह है, फर्क सिर्फ इतना है, तुम मन को भीगा देते हो, वो पूरे तन को भीगा देती है। बारिशों की भी अपनी कहानी है, जैसे अश्कों के साथ बहता पानी है।
शुभ संध्या।