अभी एक फ़ोन आया कि इंडिया टुडे ग्रुप 70 लोगों को नेशनल आइकन चुन रहा है, उसमें मैं भी शामिल हूं। मैंने कहा, देख लीजिए, मैं सत्ता विरोधी आदमी हूं। उन्होंने कहा कि कोई दिक्कत नहीं है, बस आपको डेढ़ लाख रुपये देने होंगे। मैंने कहा रहने दीजिए, मुझे आइकन नहीं बनना। ठीक किया कि नहीं?