ये है पत्रकारिता। धार्मिक उन्माद फैलाने वाली पत्रकारिता। दंगों की ज़मीन तैयार करने वाली पत्रकारिता। मोदी युग में पत्रकारिता की इस ज़हरीली उड़ान का स्वागत कीजिए।
@avinashonly
@AmanChopra_
देश में सांप्रदायिक माहौल तैयार करने की कोशिश में है जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिले इस भड़वे के बाप को धर्म के नाम पर हम हिंदूओं से वोट की भीख मांगनी पड़ रही है जबकि इसके बाप ने दूसरी लहर में हिंदूओं की लाशों से कफन उतरवायें थें मैं थूकता है इसके बाप के मुंह पर
आक थू
@avinashonly
अजय बिष्ट उर्फ योगी कट्टर हिन्दू होने के बावजूद गंगा नदी मे तैरती लाशे बिना अग्नि संस्कार के दफन किए शव , बिना आक्सिजन के मर रहे लोग ,दवा इंतजार कर रहें परीजन क्या हिन्दू नही थे या सिर्फ दुसरे धर्म के है इसलिए खुश हो,
@avinashonly
तुम्हारे जैसे निकम्मे दलाल पत्रकार को इस देश में रहने की जरूरत ही नहीं है तुम्हारे जैसे ही पत्रकार नीच सोच वाले हमारे देश में हिंदू-मुस्लिम करवाते हैं।
@AmanChopra_
पत्रकारिता के कोई भी मानदंड मीडिया में अब विद्यमान नहीं हैं, ऐसे में इस सच को स्वीकार करना ही सत्य है कि मीडिया अपने सभी प्रारूपों में कालकवलित हो चुकी है। चौथे स्तम्भ की मौत शैशवास्था में ही हो गयी है। बुद्धिजीवियों और जनपक्षधर लोगों को विकल्प तलाशने की ईमानदार कोशिश करनी चाहिए।