जरा सोचिए कितने शर्म की बात है।
हमारे वीर शहीद कैप्टन आशुतोष बाबू मात्र 19 वर्ष के, देश की रक्षा के लिए अपनी जान गवा दिए , जिन्हे महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा मरणोपरांत देश के सर्वोच्च वीरता सम्मान मैं से एक शौर्य चक्र दिया गया , का आज शहीद स्मारक बनाने के लिए स्थानीय जिला