उत्तर प्रदेश तो सदैव ठाकुरों की भूमि रहा है, भगवान विष्णु ने भी इस भूमि पर एक नहीं बल्कि दो दो बार ठाकुरों के यहां जन्म लिया है, उत्तर प्रदेश के पूर्व में सूर्यवंशी ठाकुर श्रीराम विराज रहे हैं, तो पश्चिम में चंद्रवंशी ठाकुर श्रीकृष्ण, ठाकुरवाद था, है, और सदैव रहेगा, जय श्री राम।।