अगर बैलेट से चुनाव होते तो भाजपा की बौखलाहट और बढ़ जाती ,,जिसतरह चुनावी रैली में प्रधानमंत्री होकर देश के मुस्लिम नागरिक के लिए शब्दों का प्रहार हो रहा वो खुले आम गोधरा कराते ।
धर्म का शाब्दिक अर्थ होता है, 'धारण करने योग्य' सबसे उचित धारणा, अर्थात जिसे सबको धारण करना चाहिये। वो है (मानवधर्म,हैं।) "धर्म" एक परम्परा के मानने वालों का समूह है न कि राजनीति शक्ति का अखाड़ा । ऐसा माना जाता है कि धर्म मानव को मानव बनाता है।