@RebornManish
मैंने राजीव जी का दौर देखा है बचपन में,
कितनी नेचुरल मुस्कान और आवाज थी।
देख लो, सुन लो तो मन शांत हो जाए,
अब जो है,
मुझे लगता नहीं कि उसे देखकर सुनकर किसी के भी मन में शांति का भाव उत्पन्न होता होगा,
उसे देखो, उसके आसपास देखो
उसके चाहने वालों को देख लो,
तमाम नफरती गालीबाज हैं