@KusumakarKavita
"ब्रा ही तो है यार "
जिसे देख तुमने उठाई शर्म की दीवार,
एक लड़की के चरित्र को बताया दागदार,
ये तो बस एक साधारण सी ब्रा है दोस्त,
सब पर मत थोपो अपने खोखले संस्कार ।
जिसके नाम से टपकाते हो लार,
वो तो है नारी का एक श्रृंगार,
ब्रा को इज्जत से मत जोड़ो
ये बस एक वस्त्र है मेरे यार,(01)
@KusumakarKavita
किसी के पहनावे पर टोकने का,
किसी को भी नहीं है अधिकार,
ब्रा को लेकर ताना मत कसो,
ना करो किसी और को शर्मसार।
आज किसी की ब्रा को देखकर
तुम करते हो गंदे शब्दों की बौछार,
कल तुम्हारी बहन बेटी पर पर उंगली उठेगी,
तो तुम्हें कैसा महसूस होगा बरखुदार?
@KusumakarKavita
मां पहनती हैं, बहन पहनती हैं,
इसे पहनता है पूरा संसार,
पर कुछ गवारो ने ब्रा को बना दिया
कीचड़ उछालने का हथियार,
औरत की छाती को निहारने वाले होते,
है बेइज्जती के असली हकदार,
तुम खुद भी ब्रा लाकर दे सकते हो,
जो करते हो तुम उनसे प्यार ।
Your time is limited, so don't waste it living someone else's life. Don't be trapped by dogma – which is living with the results of other people's thinking.
@KusumakarKavita
मागते,ठगते,
मौज उड़ाते ये ढोंगीबाबा।
इसके सामने पढ़े-लिखे
ज्ञानवान भी आपाहिज बना।
ये इतने पाखंडी सबकी
ज्ञान की गठरी रह गया धरा।
ये अपराधी करते तस्कर गोरख धंधा।
देख रहा है दुनिया
सब फिर भी बना है अंधा।
साधु वेश में
ढोंगी व शैतानों की तादाद बड़ी।
@RBSE43
B
जिसने भजन गायक स्व. कालूराम जी बिखरनिया का प्रसिद्ध भजन मोरिया पाखड़ली देदे सासेरा गांव री मैंतो जलदेवी ने जाए ने सडाऊली वो ये सवाल गलत नही करेगा