वाह चेतन जी ! साव साँची बात लिखी हो
काल आली आँधी म खीरा इयान्का उड़ेंला की बांके लाय उठें ली
👇👇👇 चेतन जी डूडी की कलम से.......
धूणी बुझी कोनी है बल्कि ओटोङती बाद्ये (आग) के खीरा सूं ईयान्को हपीङ(लाय) उठो है कि थाकों पाप काटकर ही दम लेस्या!"
@ChetanDudiINC