सुंदरता की मेरी परिभाषा सादगी , लालित्य और कामुकता . मुझे लगता है कि जब एक महिला खुद के साथ सामंजस्य बिठाएगी और अपने मूल्यों की प्रति सच्ची रहेगी.
@queensugandha1
🌹🌹🌹
*कुशलतापूर्वक पीछे हटना भी अपने आप में एक जीत है।”*
*🌺क्योकि🌹*
*"अभिमान"की ताकत फरिश्तो को भी"शैतान"बना देती है,और*
*"नम्रता"साधारण व्यक्ति को भी "फ़रिश्ता"बना देतीहै।*
*🌹प्रभात वंदन 🌹*
सुंदरता की मेरी परिभाषा सादगी लालित्य और
कामुकता हैं। मुझे लगता है जब एक महिला सद्भाव में होती है तब वह स्वाभाविक रूप से चमक जाएगी ।
सुप्रभात
#मेरी_भावना
*कुछ प्रेम मिलने के लिए नहीं होते*
*वे नहीं होते*
*साथ चलने के लिए*
*वे वनवास काटते हुए*
*अनकहे और अनसुने रहने के लिए होते हैं*
*वे एक दूसरे के पूरक होते हुए भी अधूरे रहने के लिए होते हैं*
*वे मात्र यही संतोष कर पाते हैं*
*कि वे किसी के हृदय में हैं*
🙏🌹😊
*❝ रात सुबह का इन्तेजार नहीं करती,*
*खुशबु मौसम का इन्तेजार नहीं करती,*
*जो भी ख़ुशी मिले उसका आनंद लिया करो,*
*क्यूंकि जिन्दगी वक्त का इन्तेजार नहीं करती !! ❞*
*🌹 शुभ दोपहर....🌹*
बोलिए सुरीली बोलियां,
खट्टी मीठीआंखों की रसीली बोलियां!
रात में घोले चांद की मिश्री,
दिन के गम नमकीन लगते हैं !
,, नमकीन आंखों की नशीली बोलियां,
गूंज रहे है डूबते साए !
शाम की खुशबू हाथ ना आए ,
गूंजती आंखों की नशीली बोलियां !
*😊करीब रहो तो इतना कि रिश्तों में प्यार रहे, दूर भी रहो इतना कि आने का इंतजार रहे, रखो उम्मीद रिश्तों कि दरमियान इतनी, कि टूट जाए उम्मीद पर रिश्ते बरकरार रहे.!!*
*अंग्रेजी में जहां अक्षर ही चुप हो जाते हैं*
*हमारी हिंदी की तो बिंदी भी बोलती है*
*मातृभाषा*
*हिंदी दिवस की शुभकामनाएं*
🚩
*|| सुप्रभातम् सुदिनमस्तु ||*
*🌹🙏😊|| जय रामजी की ||*
🌷🌷🌷
❝ *🌹हमारी उपलब्धियों में*
*दूसरों का भी योगदान*
*होता है क्योंकि*
*समन्दर में भले ही*
*पानी अपार है पर सच*
*तो यही है कि वो*
*नदियों का उधार होता है !!*🌹
*🌷 शुभ रात्रि....🌷*
🌷🌷🌷
*रिश्तों को तौलने का नहीं,*
*सम्मान देने का प्रयास करें*
*और*
*मित्रों को परखने का नहीं,*
*समझने का प्रयास करें*
*दोनों हीं मजबूत रहेंगे*
* 🌷 शुभ संध्या ...🌷*
*अख़लाक़ वफा चाहत सब कीमती कपड़े हैं ,*
*हर रोज़ न ओढाकर इन रेशमी शालो कॊ !*
*बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है ,*
*उड़ने दो हवाओं में बिखरे हुए बालो को !*
*🌹🙏😊|| शुभ सलोनी संध्या ||*
*ग़म का ख़ज़ाना तेरा भी है मेरा भी,*
*ये नज़राना तेरा भी है मेरा भी...*
*अपने ग़म को गीत बना कर गा लेना*
*राग पुराना तेरा भी है मेरा भी...*
*तू मुझ को और मैं तुझ को समझाऊँ क्या,*
*दिल दीवाना तेरा भी है मेरा भी...*
*शहर में गलियों गलियों जिस का चर्चा है,*
*वो अफ़साना तेरा भी है