मैं मुसलमान हूँ। मैं प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री नही बन सकता क्योंकि मेरी तादाद कम है और जातिवाद ज्यादा, लेकिन मैं कलेक्टर SDM, तहसीलदार, कमिश्नर, SP, DSP तो बन ही सकता हूँ। लेकिन मैं निकम्मा हूं मुझ से घंटो पढ़ाई नही होती, अगर मैं पढ़ने लग गया तो चौराहें की रौनक खतम हो जाएगी।