शुभसंध्या
@uraj143525
इक पल सगा होता और हो जाता अगले पल पराया
यही तो कहलाता है समय
गलत राह पकड़ कर भी सही मंजिल पर पहुंच जाते
अगर साथ दे रहा हो समय
सही राह पर भी मंजिल ना मिलें भटक जाता है
अगर आंख फेर ले समय
राज कभी भी गुमान न करना अपनी हस्ती का
हस्ती को बनाता बिगाड़ता है समय