जब मौजूदा सत्ताधीश तानाशाही के खिलाफ संघर्ष की बात होगी तो उसमें आप सभी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
उमर खालिद, अतहर, खालिद सैफी, मीरान, शरजील जैसे सैंकड़ों युवा बेगुनाह होते हुए भी बिना ट्रायल सालों से सत्ता के सितम की वजह से जेल में बंद हैं।