कोरोना से न्यूयॉर्क में एक शख़्स की मृत्यु होती है। उसने इच्छा थी कि उसके न होने पर उसके कमाए पैसे गली में उड़ा दिए जाएँ ताकि लोगों को यह पता चले कि स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है पैसा नहीं।
मोबाइल के स्क्रीन पर जब अपनों का नाम दिखता था और फ़ोन बजने लगता था, तब जी ख़ुश हो जाया करता था। लेकिन आज जब वही फ़ोन बजता है तो धड़कने तेज़ हो जाती हैं डर के मारे। अपशकुन का ऐसा अँधेरा कब घिरा था हमारे जीवन में!
श्रीनगर का शंकराचार्य मंदिर रोशनी से जगमगा रहा है। एक पहाड़ की चोटी पर मौजूद इस मंदिर के एरियल व्यू को खुद मंदिर प्रशासन ने शूट करवाया है। भव्य और अलौकिक ।।।
#Mahashivratri2021
माँ जानती हैं कि उसके बेटे का भविष्य कहाँ बसता है। उसके बस्ते को बचाने के लिए काँधे पर बच्चे को उठा कीचड़ में उतर गयीं। माँ, मात्र एक शब्द नहीं है पूरा जहान है।#निस्वार्थभाव #निस्वार्थप्यार #निस्वार्थमन #माँ
आपात स्थिति में जुगाड़ के नायाब तकनीक भी अपने देश में हर कहीं दिख जाते हैं। कोरोना है तो क्या हुआ, हल्दी की रस्म होगी और सामाजिक दूरी का ख़याल र��ते हुए।
एक व्यक्ति रास्ते में मिलने वाले हर व्यक्ति का अभिवादन करता था। कुछ लोग उसके नमस्कार का जवाब नही देते थे।उस आदमी से पूछा गया कि जो लोग नज़रंदाज़ करते है फिर भी उनको नमस्कार क्यो करते हो? उसने जवाब दिया,जब वो मेरे लिए बुरी आदत नहीं छोड़ते, तो मैं अपनी अच्छी आदत क्यों छोड़ूँ।
सी आर पी एफ कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास रिहा हो गए हैं। नक्सलियों ने मन्हास को अगवा कर लिया था। हमलों के बीच भारतीय जवानों की शहादत के बीच कमांडो मन्हास की रिहाई ख़ुशी की बात है। उनके साहस को सलाम🙏🏻
ज़िंदगी में क्या हुआ है इसे सोचकर परेशान मत रहने की बजाय विनम्र रहना सीखना चाहिए। आपकी विनम्रत किसी न किसी रूप में आपतक लौट कर आएगी। बेवजह विनम्र बनिए।
दया-करुणा सहज मानवीय गुण हैं। मनुष्य उम्र बढ़ने के साथ इन गुणों को धीरे-धीरे खोता चला जाता है। बचपना इसीलिए ज़रूरी है। बचपना बचे रहने से मानवीयता बची रहती है। दया-करुणा जैसे भावों के प्रति भरोसा बचा रहता है।
Congratulations
@yuzi_chahal
and
@DhanshreeVerma9
Wishing both of you love and happiness on your wedding day and as you begin your new life together. May the love and happiness you feel today shine through the years.
मेरे बचपन की यादों में बसे मानपुर गाँव, जिला सहारनपुर में यमुना जी ऐसी दिखती हैं। एक नदी जिसकी लहरों में कृष्ण-राधा की रासलीला के रस घुले हुए हैं, जो हिंदुस्तानी तहज़ीब की पहचान है। मेरा गाँव ही मेरे लिए असली धरोहर है। #विश्वधरोहरदिवस
#WorldHaritageDay
ये जिन ट्रेनों को एक के बाद एक आग के हवाले किया जा रहा है वो उतना ही उन यात्रियों का है जो भारतीय रेल का इस्तेमाल करते हैं।विरोध और हिंसा में फ़र्क़ होना चाहिए।
इंसानियत के गिरते-उठते पैमानों के बीच यह चिट्ठी सुकूनदेह भरोसा लिए है। जहाँ कइयों ने अपने माँ-बाप को छोड़ दिया डॉक्टर्स के भरोसे और पलट कर नहीं आए। वही यह चिट्ठी भारतीयता के संस्कार-संस्कृति को पुनर्स्थापित करती जान पड़ती है।
अनोखे होते है मनुष्य और जानवर के बीच का ये प्रेम और विश्वास। यह सनातन धर्म औऱ उसके संस्कार जो हमें जानवर व पक्षी प्रेम सिखाते हैं.
#FridayFuture
#FridayFeeling
साधु का लक्षण है संतोष, गृहस्थ का लक्षण है अभाव।
गृहस्थ उस पर आँख टिकाए रहता है जो उसके पास नहीं है। जो पास है वाह बेकार है। साधु उसपर आँख रखता है, जो है, वही सार्थक है। जो नहीं है उसके बारे में वो सोचता ही नहीं।
My niece Mrs Renu need blood of the Person having A- ( A Negative) blood group. She is admitted in Moolana Medical College, Hospital, Near Ambala, Haryana. Pls make effort, she is critical.
अपने हर संघर्ष में अपनी औलाद को अपनी आँखों से दूर नहीं करती है माँ। संघर्षों की आँच पर रोटियाँ सेंक खिलाकर बड़ा करने वाली माँ का दिल दुखाने वाला संसार में कभी सुखी नहीं रह सकता।
कृष्ण-यशोदा की लीला को देखा है इस भारतभूमि ने। बाल कृष्ण की शरारतें और माँ यशोदा का प्यार भरा ग़ुस्सा। ऐसा ही कुछ हर किसी के बचपन में घटित होता है। यह दृश्य उन पौराणिक स्मृतियों का वर्तमान रूप ही तो है।
बीता कल हमारे पास नहीं है। लेकिन जीतने के लिए आने वाला कल हमारे पास है। बीते कल से सीखना और आने वाले पल को बेहतर बनाना ही मनुष्य को महानता की ओर ले जाता है।
तरक़्क़ी के अंधाधुँध दौर में हमने ख़ुद को प्रकृति से दूर लिया। हमें उसका ज़रा भी ख़याल न रहा। आज आपदाएँ हों या पर्यावरण की विकट समस्या जीवन दाव पर लगा है। पृथ्वी अपने मूल रूप में रहेगी तभी सभ्यता का अस्तित्व रहेगा।
#EarthDay2021
#EarthDay
कुछ पुरानी ख़बर है!
एक शख़्स अपने बेटे को असमय सड़क दुर्घटना में खो देता है। तब से आज 32 साल हो गए गंगराम जी बिना किसी सैलरी के इस कोरोना काल में भी ट्रैफ़िक पुलिस की भूमिका निभा रहे हैं। बस इस आस में कि उनके बेटे की तरह और कोई अपनी जान न गँवाएँ। गंगराम जी आपको दण्डवत प्रणाम!
बचपन से ही हमेशा “Positive” रहा हूँ।
पर पिछले साल से “Negative” रहने की कोशिश कर रहा था।
प्रयास विफल रहे और April 2021 में आ ही गया इसकी ज़द में।
आप सभी से अनुरोध है कि सावधानी बरतें, खुद को बचायें
आपके आसपास के लोग भी सुरक्षित रहेंगे। #कोरोना_से_मिलकर_लड़ें
#CovidPositive
ऊँच नीच को नहीं मानती हमारी हिन्दी...
इसमें कोई भी कैपिटल या स्माल लैटर नहीं होता...सब बराबर होते हैं !!
साथ ही आधे अक्षर को सहारा देने के लिए पूरा अक्षर हमेशा तैयार रहता है ।
#हिन्दीदिवसकीबधाई
#हिंदी_दिवस
#हिंदीपखवाड़ा
आंटी जी को दवा से ज्यादा भरोसा दारू पर है।
आप आंटी की बुराई कर लें , लेकिन सच है कि ये वीडियो डरे सहमे चेहरों पर मुस्कराहट ला रहा है और लोग खूब हंस रहे हैं ।
हंसते रहने से इम्यूनिटी बढ़ती है ।
#staypositive
#DelhiFightsCorona
#DelhiCurfew