मसले कितने भी हों परिवार में
छोड़ सकती मैं नहीं मझधार में
सिर्फ़ इतना था मेरे अधिकार में
मै लुटा दूँ जिंदगी घर - द्वार में
चार दिन की है अगर ये जिंदगी
क्यूँ भला फिर हो गुजर तकरार में
बीच अपनें हो नहीं नफरत कभी
बीत जाए जिंदगी ये प्यार में
@kirandrr
KOI BEAKLA HI HOGA JO TUJHSE TAQRAR KAREGA.TERI JAISI BHOLI BHALI SUNDAR MAN MOHINI MASUM KUDI PE KAUN NA MAREGA. EK ADAKARA SOUTH KI UJJVAL BHAVISHYA KE SATH.KAYI FILMS BHI HO CHUKI SUPER HIT KE SATH .KIRANA KI POST PAR CHAND KARE UJIYAR.