मैं केवल अक्षर मात्र हूं आओ दोनों मिल अल्फाज़ बने।
तेरे बिना मेरी ज्ञान अधूरी, तू मेरे दिल की आवाज़ बने।
इकतारा सा है ये मेरी जिंदगी, दोनों मिलकर साज़ बने।
मेरे सजदे में दुआएं करना,तो मेरी जिंदगी की बात बने।
मुझको समझ लो महताब हूं तू मेरे लिए आफताब बने।