यूजीसी ने असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए पीएचडी की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है।
सवाल यह है कि इससे फर्क कितना पड़ेगा?
एक तरफ आप पीएचडी की अनिवार्यता खत्म कर रहे हैं वही दूसरी तरफ 100 नंबर की एपीआई में पीएचडी धारकों को 30 नंबर दे रहे हैं और किसी भी विश्वविद्यालय में…
@imJDubey_
बाकी रही बात नेट/सेट की मै आपकी बात से सहमत हूं की अगर पीएचडी की अनिवार्यता समाप्त कर दी तो एपीआई की भी कर देनी चाहिए वर्ना इसका कोई लाभ नहीं मिलता हमारे साथ इस बार यही हुआ ukpsc द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए एपीआई के थ्रू नेट तो छोड़ो कुछ पीएचडी वालो का भी nmbr nhi aaya
@imJDubey_
बिल्कुल तथ्यात्मक पूर्ण सत्य कहां आप इसके लिए एक विशेष समिति का स्थापना करके सामान्य एमए और नेट पास अभ्यर्थी के लिए भी एक सरल प्रक्रिया होनी चाहिए जिससे कि एक अच्छी जानकारी और सत्य के साथ सभी चरणों को पास करने वाले सामान्य अभ्यर्थी को भी महाविद्यालयों में अध्यापन कराने का मौका ho
@imJDubey_
पूर्ण रूप से सहमत सर।🙏
मैं खुद नेट क्वालिफाइड हूं लेकिन फॉर्म भरने में हजारों रुपए मेरे जाते हैं लेकिन इंटरव्यू के लिए कॉल मुश्किल से आते हैं।
फिलहाल JRF देख रहा हूं।
@imJDubey_
Ph D ko hataya isliye gaya hai ki form bharne se milne wala revenue badh sake attempts ki toh limit nahi hai ....toh kramashah Ph D bhi kar hi lega banda
@imJDubey_
इसके पीछे भी कुछ अंदरूनी प्लान होगा जिसे सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है ठीक वैसे ही जैसे कि ज्वाइंट सेक्रेटरी और डायरेक्टर लेवल के कुछ पदों को कैडर के बाहर वाले उम्मीदवारों की डायरेक्ट एंट्री से भरा जा रहा है।