भारत का दोस्त होते हुए भी अजरबैजान ने अपने मुल्ले दोस्तों तुर्की और पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत को आंखें दिखानी शुरू कर दीं थी।चाहबाहर पोर्ट से यूरोप तक का जो रूट भारत अजरबैजान के अंदर से लेकर जाना चाहता था उसे भारत ने समय रहते कैंसिल करके आर्मेनिया से ले जाने का निर्णय लिया और👇
आर्मेनिया को अज़रबैजान के सामने मजबूत करने के लिए विभिन्न हथियारों की भी सप्लाई करनी शुरू कर दीउन्हीं हथियारों में से एक हथियार है भारत का मल्टीपल बैरल रॉकेट लॉन्चर पिनाका और अब हाल यह है कि अजरबैजान भारत के आगे हाथ जोड़कर खड़ा है कि आप आर्मेनिया को हथियार मत दो यह हमारे लिए बहुत
खतरनाक हो जाएगा। सनद रहे कि भारत पहले से ही आर्मेनिया को स्वाति रडार और कोंकर मिसाइल के साथ-साथ गोला बारूद भी एक्सपोर्ट कर रहा है।
अजरबैजान भैया आपको भारत (मोदी) से पंगा लेने की सलाह किसने दी थी
अब भुगतो
@PRPathak2
योगीजी के PM बनने तक यूं ही चलता रहेगा भारत में अग्रेसिव नीति और उपनिवेशवाद नीति अमल में आ गई तो समझो तुर्की पाकिस्तान चीन अमेरिका सबकी चुलें हिल जायेंगी
खाद्यपदार्थ पानी मैनपावर भरपूर होने के साथसाथ मेडिको + आर्म मैन्युफैक्चरिंग में अग्रसर होते ही पूरा परिदृश्य ही बदल जायेगा